रक्षा परीक्षण अवसंरचना योजना: रक्षा मंत्रालय की पहल (Defence Testing Infrastructure Scheme: Defence Ministry’s Initiative)

 रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए, रक्षा मंत्रालय ने Defence Testing Infrastructure Scheme (DTIS) की शुरुआत की। यह योजना मई 2020 में 400 करोड़ रुपये के बजट के साथ लॉन्च की गई थी। DTIS का मुख्य उद्देश्य स्वदेशी रक्षा उत्पादन को प्रोत्साहित करना और उसे मजबूत बनाना है। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश में तीन उन्नत परीक्षण सुविधाएं स्थापित करने के लिए Uttar Pradesh Defence Industrial Corridor (UPDIC) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इनमें लखनऊ में Mechanical & Material (M&M) के लिए एक सुविधा और कानपुर में Unmanned Aerial Systems (UAS) और संचार के लिए दो सुविधाएं शामिल हैं।

DTIS की यह पहल न केवल भारत की रक्षा उत्पादन क्षमता को बढ़ाएगी, बल्कि इसे विश्वस्तरीय मानकों के अनुरूप बनाने में भी मदद करेगी। यह योजना देश में रक्षा उपकरणों और प्रणालियों के परीक्षण और प्रमाणन के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करेगी, जिससे स्वदेशी उद्योगों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलेगी।


रक्षा परीक्षण अवसंरचना योजना: रक्षा मंत्रालय की पहल (Defence Testing Infrastructure Scheme: Defence Ministry's Initiative)
रक्षा परीक्षण अवसंरचना योजना: रक्षा मंत्रालय की पहल (Defence Testing Infrastructure Scheme: Defence Ministry’s Initiative)

 

 

Defence Testing Infrastructure Scheme (DTIS): उद्देश्य और महत्व

उद्देश्य

DTIS का मुख्य उद्देश्य स्वदेशी रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देना और भारतीय रक्षा उद्योग की क्षमता को बढ़ाना है। इस योजना के तहत उन्नत परीक्षण सुविधाओं की स्थापना की जाएगी, जो भारतीय रक्षा उद्योग को विश्वस्तरीय मानकों के अनुरूप बनाएगी।

महत्व

DTIS की शुरुआत से भारतीय रक्षा उद्योग को कई लाभ होंगे। यह योजना न केवल रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगी, बल्कि विदेशी निर्भरता को भी कम करेगी। इसके अलावा, यह योजना देश में नई तकनीकों और नवाचारों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

DTIS के तहत स्थापित की जाने वाली परीक्षण सुविधाएं

लखनऊ: Mechanical & Material (M&M) सुविधा

लखनऊ में स्थापित होने वाली Mechanical & Material (M&M) सुविधा विभिन्न प्रकार की सामग्रियों और यांत्रिक प्रणालियों के परीक्षण के लिए उपयोग की जाएगी। यह सुविधा भारतीय रक्षा उद्योग को उच्च गुणवत्ता वाले उपकरण और प्रणालियों के निर्माण में मदद करेगी।

कानपुर: Unmanned Aerial Systems (UAS) और संचार सुविधाएं

कानपुर में स्थापित की जाने वाली Unmanned Aerial Systems (UAS) और संचार सुविधाएं ड्रोन और अन्य अनमैन्ड एरियल सिस्टम्स के परीक्षण के लिए उपयोग की जाएंगी। इसके अलावा, संचार प्रणालियों के परीक्षण के लिए भी एक उन्नत सुविधा स्थापित की जाएगी। ये सुविधाएं भारतीय रक्षा उद्योग को आधुनिक और उन्नत तकनीकों के विकास में मदद करेंगी।

DTIS की प्रभावशीलता और भविष्य की संभावनाएं

आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम

DTIS की शुरुआत से भारतीय रक्षा उद्योग को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी। यह योजना न केवल घरेलू उद्योगों को प्रोत्साहित करेगी, बल्कि विदेशी कंपनियों को भी भारत में निवेश करने के लिए आकर्षित करेगी।

रोजगार के अवसर

DTIS के तहत स्थापित की जाने वाली परीक्षण सुविधाएं नए रोजगार के अवसर प्रदान करेंगी। यह योजना न केवल तकनीकी विशेषज्ञों के लिए, बल्कि विभिन्न अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर प्रदान करेगी।

वैश्विक प्रतिस्पर्धा

DTIS की शुरुआत से भारतीय रक्षा उद्योग को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलेगी। यह योजना उच्च गुणवत्ता वाले उपकरण और प्रणालियों के निर्माण में मदद करेगी, जिससे भारतीय उत्पादों की मांग वैश्विक बाजार में बढ़ेगी।


Conclusion:

Defence Testing Infrastructure Scheme (DTIS) की शुरुआत भारतीय रक्षा उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना से न केवल स्वदेशी रक्षा उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि देश की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को भी मजबूती मिलेगी। लखनऊ और कानपुर में स्थापित की जाने वाली उन्नत परीक्षण सुविधाएं भारतीय रक्षा उद्योग को उच्च गुणवत्ता वाले उपकरण और प्रणालियों के निर्माण में मदद करेंगी।

DTIS की यह पहल न केवल भारतीय रक्षा उद्योग के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। यह योजना न केवल घरेलू उद्योगों को प्रोत्साहित करेगी, बल्कि विदेशी कंपनियों को भी भारत में निवेश करने के लिए आकर्षित करेगी। DTIS की शुरुआत से भारतीय रक्षा उद्योग को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलेगी, जिससे भारतीय उत्पादों की मांग वैश्विक बाजार में बढ़ेगी।

भारतीय रक्षा उद्योग के भविष्य के लिए DTIS की यह पहल एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी। यह योजना न केवल रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगी, बल्कि देश की सुरक्षा और समृद्धि को भी सुनिश्चित करेगी।


FAQ

Defence Testing Infrastructure Scheme (DTIS) किस मंत्रालय द्वारा शुरू की गई है?

Defence Testing Infrastructure Scheme (DTIS) को रक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया है।

DTIS का मुख्य उद्देश्य क्या है?

DTIS का मुख्य उद्देश्य स्वदेशी रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देना और भारतीय रक्षा उद्योग की क्षमता को बढ़ाना है।

DTIS के तहत कौन-कौन सी परीक्षण सुविधाएं स्थापित की जा रही हैं?

DTIS के तहत लखनऊ में Mechanical & Material (M&M) के लिए एक सुविधा और कानपुर में Unmanned Aerial Systems (UAS) और संचार के लिए दो सुविधाएं स्थापित की जा रही हैं।

DTIS को कब लॉन्च किया गया था और इसका बजट क्या है?

DTIS को मई 2020 में रक्षा मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया था और इसका बजट 400 करोड़ रुपये है।

DTIS से भारतीय रक्षा उद्योग को क्या लाभ होगा?

DTIS से भारतीय रक्षा उद्योग को उच्च गुणवत्ता वाले परीक्षण सुविधाओं की उपलब्धता मिलेगी, जिससे स्वदेशी रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और विदेशी निर्भरता कम होगी।

लखनऊ और कानपुर में DTIS के तहत स्थापित की जा रही सुविधाओं का क्या उद्देश्य है?

लखनऊ में Mechanical & Material (M&M) के लिए सुविधा का उद्देश्य विभिन्न प्रकार की सामग्रियों और यांत्रिक प्रणालियों के परीक्षण के लिए है, जबकि कानपुर में Unmanned Aerial Systems (UAS) और संचार के लिए दो सुविधाएं स्थापित की जाएंगी।

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